कई साल पहले लोगो के मनोरंजन के लिए जब कोई साधन नही हुआ करता था तब लौंडा नाच यह नाच काफी फेमस और इससेलोगो का मनोरंजन किया जाता था,जिसमे आदमी औरतो के कपडे पहन डांस करता था.आज के मोडर्न समय में लौंडा नाच यह प्रथा लुप्त हो गयी है लेकिन युवा दर्शको को इस प्रथा के बारे में बताने के लिए निर्देशक राजकुमार आर पाण्डेय ने अपनी फ़िल्म ‘दुलारा’ का निर्माण 2015 में किया था जिसे दर्शको ने बेहद पसंद भी किया.
पिछले दिनों मुम्बई में आयोजित भोजपुरी फ़िल्म अवार्ड 2016 में फ़िल्म ‘दुलारा’ को बेस्ट सोशल इशू के लिए स्पेशल जुरी अवार्ड देकर सम्मानित किया गया.’दुलारा’ को बेस्ट सोशल इशू के साथ साथ बेस्ट एडिटिंग गुरजंट सिंह,बेस्ट स्टोरी संतोष मिश्रा,बेस्ट कॉमेडी मनोज टाइगर,बेस्ट सपोर्टिंग फीमेल बंदिनी मिश्रा को फ़िल्म ‘दुलारा’ के लिये दिया गया.इस फ़िल्म के निर्देशक राजकुमार आर पाण्डेय ने इस फ़िल्म के एक्टर प्रदीप पाण्डेय चिंटू की तारीफ करते हुए कहा ” दुलारा इस फ़िल्म में लौंडा नाच करने के लिये पहले चिंटू ने ना कर दिया था लेकिन बाद भी फ़िल्म की स्टोरी और इसकी जरुरत को समझते हुए चिंटू ने फ़िल्म को करने के लिए हामी भरी,क्योंकि लौंडा नाच यह प्रथा की शुरुवात काफी साल पहले हुई थी जिसे हम कभी नहीं भूल सकते और आज के नए मॉडर्न ज़माने में नोजवानो के लिये इस प्रथा को जानना बहुत जरुरी है.प्रदीप पाण्डेय चिंटू ने इस फ़िल्म में अपनी भूमिका को बहुत ही बेहतरीन तरीके से निभाया है”.