एक बार फिर दिखी भोजपुरिया खलनायको की एकजुटता।
भोजपुरी सिनेमा जगत के खलनायको की एकजुटता ने पूर्व में भी मिसाल कायम किया था , एक बार फिर खलनायको ने ना सिर्फ अपनी एकजुटता का परिचय दिया बल्कि फ़िल्म जगत के सात जाने माने निर्देशकों सुशील उपाध्याय , राजकुमार आर पांडे , प्रेमांशु सिंह , देव पांडे , मंजुल ठाकुर , संतोष मिश्रा , रजनीश मिश्रा एवं जाने माने प्रचारक उदय भगत को सम्मानित किया । यही नही ग्रुप के तीन वरिष्ठ सदस्य राम मिश्रा , अनूप अरोरा और दीपक सिन्हा को विशेष सम्मान दिया गया ।
आपको बता दें कि कुछ साल पहले तक भोजपुरी फ़िल्म जगत कलाकारों की प्रतिस्पर्धा के लिए मशहूर था । हिंदी फिल्म जगत में जहां पर्दे के पीछे मनमुटाव की बात होती है वहीं भोजपुरी फ़िल्म जगत में यह सब खुलेआम चलता था । खलनायको ने इसे दूर करने के लिए संजय पांडे की पहल पर एन्टी हीरो नाम के एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया और एक दूसरे को करीब लाने का प्रयास किया । शुरू शुरू में काफी बाधाएं आईं लेकिन एक साल बाद उनकी एकजुटता रंग लाने लगी । ग्रुप में छोटे बड़े सभी खलनायको को अपनी बात , समस्या रखने की खुली आजादी है । यही नही ग्रुप ने समय समय पर कई बार पैसे इकट्ठा कर फ़िल्म जगत के जरूरतमंदों की मदद की है । पिछले दिनों ग्रुप के सभी लोगो ने अनूठा कार्यक्रम करने का फैसला किया । सुशील सिंह , अवधेश मिश्रा , संजय पांडे, समर्थ चतुर्वेदी, करण पांडे, सोनू पांडे व असगर अली को कार्यक्रम की जिम्मेवारी सौंपी । फ़िल्म जगत से जुड़े मधुवेंद्र राय के रेस्टो बार ड्रिंकिंग कल्चर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
एन्टी हीरोज के कार्यक्रम में ग्रुप के बाहर के लोगो को शामिल नही किये जाने की परंपरा को तोड़ते हुए इस बार सात नामचीन निर्देशकों एवं ग्रुप के एकमात्र बाहरी सदस्य प्रचारक उदय भगत सहित कार्यक्रम में मौजूद सभी सदस्यों को मोमेंटो एवं शॉल देकर सम्मानित करने का फैसला किया । अवधेश मिश्रा के सफल संचालन में देर रात तक चले खलनायको की एकजुटता के इस अनोखे कार्यक्रम में सुशील सिंह , अवधेश मिश्रा , संजय पांडे , प्रकाश जैस, विनोद मिश्रा , अयाज खान , समर्थ चतुर्वेदी , करण पांडे , विष्णु शंकर बेलू , देव सिंह , बालेश्वर सिंह, भोजपुरिया काका अरुण सिंह , हीरा यादव , भूपेंद्र सिंह, धनंजय सिंह, धर्मेंद्र सिंह , बबलू खान , पप्पू यादव , सुवोध सेठ , असगर अली , पप्पू तिवारी , अजय सूर्यवंशी , सोनू पांडे को भी सम्मानित किया गया । खलनायको के इस प्रयास की ना सिर्फ भोजपुरी फ़िल्म जगत में बल्कि हर जगह चर्चा हो रही है । सोशल मीडिया पर तो लोगो ने भोजपुरिया खलनायको से सीखने की बात हर फिल्म जगत के लोगो को कही है ।