लकी चार्म सिनेतारिका पाखी हेगड़े की पंजाबी फिल्म कुदेसन को पीटीसी पंजाबी फिल्म अवार्ड २०१६ में बेस्ट फिल्म का अवार्ड दिया गया। इस उपलब्धि के लिए अभिनेत्री पाखी हेगड़े और फिल्म के निर्माता, निर्देशक एवं अभिनेता मठारू ने शुक्रिया अदा किया। महिलाओं की वेदना पर आधारित इस फिल्म को बेस्ट फिल्म का अवार्ड मिलना बहुत ही ख़ुशी की बात है। फिल्म कुदेसन के निर्माता सुरेश वारसानी एवं जीत मठारू हैं। निर्देशक जीत मठारू हैं। लेखक जतिंदर बरार हैं। मुख्य भूमिका में पाखी हेगड़े के साथ सुखबीर सिंह, निर्मल रिषी, जीत मठारू, सतवंत बल्ल हैं।
महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही पाखी हेगड़े हमेशा अपनी फिल्मों में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, दुराचार व शोषण का कड़ा विरोध करते हुए महिलाओं की पीड़ा को अपनी फिल्मों में प्रस्तुत करती हैं ताकि समाज जागरूक हो और महिलाओं के आत्मरक्षा के लिए सजग हो जायें। इनकी पंजाबी फिल्म कुदेसन इन्हीं की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त वूमेन फ्रॉम द ईस्ट का पंजाबी रूपांतरण है। इस फिल्म में पाखी हेगड़े ने एक ऐसी अबला नारी की भूमिका निभाई हैं, जिसे उसका सगा बाप भुखमरी की वजह से बेंच देता है और वह लड़की जब माँ बन जाती है तो अपने ही बच्चे को उसे अपना दूध नहीं पिलाने दिया जाता है। यह एक सच्ची घटना है जिसे फिल्म में हूबहू फिल्माया गया है।
पाखी हेगड़े कहती हैं कि आज हमारा देश विकसित देशों की श्रेणी में आ गया है मगर महिलाओं के साथ आज भी दर्दनाक रवैया पेश किया जाता है। पिछड़े इलाके के कई गावों में बहुत सी कुरीतियाँ व्याप्त हैं, जिसके चलते महिलाओं को तरह तरह की यातना सहना पड़ता है और वे अत्याचार की शिकार होती रहती हैं। ऐसे में समाज को सावधान होने की जरुरत है ताकि आधुनिक भारत में दूर दराज पिछड़े इलाके की महिलाएं सकून की ज़िंदगी जी सकें।