सिर्फ 52 सेकेंड। ये वो पल हैं, जब देश का हर नागरिक खड़े होकर राष्ट्रीय गान को सुनता और खुद को गौरवान्वित महसूस करता है। नेषनल एंथम में इतनी एनर्जी है कि इस गीत को सुनते समय हर शख्स के मन में जोश जाग उठता है, देषभक्ति की भावना हिलोरें लेने लगती है। कई विज्ञापन फिल्मों में काम कर चुके और फिल्म ‘लव डे’ के अभिनेता हर्ष नागर भी मुंबई के सिनेमाघरों में फिल्मों को देखने से पहले न जाने कितनी बार खड़े हुए क्योंकि यहां राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य है, लेकिन हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत कई ऐसे राज्य हैं, जहां स्थित सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान नहीं बजता। देशभर का दौरा करने के बाद उन्हें इस बात को महसूस किया कि दर्शकों को राष्ट्रभक्ति की भावना से दूर किया जा रहा है जबकि ये एक ऐसा मौका होता है, जब हम समूह के रूप खड़े होकर नेशनल एंथम को रिस्पैक्ट दे सकते हैं। आज जब इस देश में आतंकवादियों व पड़ौसी देश की नापाक हरकतों की वजह से देशवासियों के दिल आहत हो रहे हैं, तो ऐसे समय में हर सिनेमाघर को राष्ट्रगान बजाकर लोगों में जोश भरना चाहिए जबकि ऐसा हो नहीं रहा। महानायक अमिताभ बच्चन को जब हर्ष नागर के इस अभियान की जानकारी मिली, तो वह समर्थन देने से पीछे नहीं हटे और इस मामले में उनका साथ दिया निर्देशक शुजित सरकार ने। बाबा रामदेव और रेसलर सुशील कुमार समेत पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उतराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी हर्ष के इस मिशन को अपना समर्थन दे डाला। हालांकि हर्ष इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी पत्र लिख चुके हैं। साथ ही कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को उन्होंने इस संदर्भ में लिखा है, पर अभी उनकी तरफ प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
इस मामले में सबसे पहला खत उन्होंने 2010 में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को लिखा था, पर कोई जवाब नहीं मिला। हर्ष को उम्मीद है कि पिछले छह सालों से वह लगातार इस मिशन की कामयाबी के लिए संबंधित लोगों को जगाने की कोशिश कर रहे हैं। अब चूंकि बाबा रामदेव और अमिताभ बच्चन जैसी हस्तियों ने उनके इस अभियान का समर्थन किया है, तो उम्मीद की जानी चाहिए कि इस कारवां में और भी लोग जुड़ेंगे और तब शायद हमारा राष्ट्रगान देश के हर सिनेमाघर में फिल्म शुरू होने से पहले शान के साथ बजेगा।